निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व की अवधारणा सभी क्षेत्रों में प्रमुख रूप से उभर रही है। कोल इंडिया लिमिटेड ने सीएसआर को सतत विकास के सामरिक साधन के रूप में अपनाया है। सीआईएल द्वारा सीएसआर केवल सामाजिक गतिविधियों के लिए धन निवेश ही नहीं अपितु सामाजिक प्रक्रियाओं के साथ व्यापार के एकीकरण के रूप में देखा जाता है। सीएसआर के एक वैश्विक चिंतन का विषय बनने से बहुत पूर्व भी सीआईएल अपने निगमित सामाजिक दायित्व के बारे में सचेत था और अपनी परियोजनाओं की 8 किमी की परिधि में अपनी सुस्पष्ट "सामुदायिक विकास नीति" के माध्यम से समाज की आकांक्षाओं को परिपूर्ण कर रहा था। इससे सीआईएल एवं स्थानीय समाज के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध स्थापित हुए हैं। वर्तमान में सीआईएल की सीएसआर गतिविधियों का लक्ष्य सामाजिक कल्याण कार्यों में सरकार की भूमिका का अनुपूरण करना तथा कोयला खनन के सामाजिक एवं पर्यावरणीय प्रभावों का न्यूनीकरण करना है।